बांसवाड़ा5 घंटे पहले
बांसवाड़ा के कुशलबाग मैदान में पूर्व राज्यमंत्री भवानी जोशी ने 40वीं बार मटकी फोड़ने का रिकॉर्ड बनाया।
भाजपा नेता और पूर्व राज्यमंत्री भवानी जोशी ने जन्माष्टमी के मौके पर लगातार 40वीं बार मटकी फोड़ी। कुशलबाग मैदान के जिला स्तरीय समारोह में जोशी ने 21 फीट ऊंचाई पर लटकी मटकी को पहले ही राउंड में तोड़ दिया। उन्हें पिरामिड पर चढ़ने और मटकी फोड़ने में करीब 7 मिनट का समय लगा। श्री कन्हैयालाल शर्मा स्मृति समिति की ओर से आयोजित इस समारोह में 11 टोलियों ने प्रदर्शन कर इसी ऊंचाई पर मटकियां फोड़ीं। सबसे पहले जोशी के मारुति व्यायाम शाला वाले अखाड़े को प्रदर्शन का मौका मिला।
मटकी फोड़ने के लिए 21 फीट ऊंचाई पर रस्सी से उल्टा लटका माखनचोर।
इसके अलावा दूसरे अखाड़ों की ओर से भी यहां व्यायाम प्रदर्शन के साथ अन्य करतब दिखाए गए। कोरोना काल के बाद दो साल बाद कार्यक्रम को लेकर लोगों में खासा उत्साह दिखाई दिया। कार्यक्रम को देखने के लिए पूरा शहर उमड़ पड़ा। इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत बजरंग बली की तस्वीर के साथ खास पूजा के साथ हुई। हरिओम शरणदास महाराज, भारत माता मंदिर के रामस्वरूप महाराज, नगर सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी, ADM नरेश बुनकर, DSP सूर्यवीर सिंह राठौड़ एवं अन्य अतिथि मंच पर मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत रात करीब सवा आठ बजे हुई थी।
![लोगों के बीच आग का खेल।](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2022/08/19/matka2_1660928279.jpg?resize=730%2C548&ssl=1)
लोगों के बीच आग का खेल।
कुशलबाग में मटकी फोड़ का 30वां आयोजन
प्रेमकांत मेहता बताते हैं कि बांसवाड़ा में बीते 40 साल से जन्माष्टमी पर मटकी फोड़ आयोजन हो रहा है। इसकी शुरुआत सबसे पहले रघुनाथ मंदिर, पीपली चौक से हुई थी। तब यहां पर तीन मटकियां बांधी जाती थी। इसके बाद जगह संकरी पड़ने लगी तो ये आयोजन गांधी मूर्ति पर होने लगा, जहां 6 मटकियां बांधी जाती थीं। इसके बाद जगह की कमी के बीच करीब 30 साल पहले इस कुशलबाग मैदान में मटकी फोड़ प्रतियाेगिता की शुरुआत हुई थी।
![आग को मुंह में खाता हुआ अखाड़ेबाज।](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2022/08/19/matka4_1660928297.jpg?resize=730%2C548&ssl=1)
आग को मुंह में खाता हुआ अखाड़ेबाज।
हर बार आते हैं 16 अखाड़े, इस बार 10
कोरोनाकाल और समय ही नजाकत के बीच अखाड़ों में पहलवानों की कमी पड़ने लगी है। यही कारण है कि कुशलबाग मैदान में हर बार 16 मटकियां बांधी जाती थीं, लेकिन इस बार 10 अखाड़ों के अलावा एक मटकी आयोजन समिति के नाम से बांधी गई। अखाड़ों के संचालकों का कहना है कि उनके पास अखाड़ों में पहलवानों की संख्या घट रही है। संख्या बल के अभाव में उन्होंने मटकी फोड़ प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लिया।
![मटकी फोड़ने से पहले प्रदर्शन करते अखाड़ेबाज।](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2022/08/19/matka1_1660928311.jpg?resize=730%2C548&ssl=1)
मटकी फोड़ने से पहले प्रदर्शन करते अखाड़ेबाज।
![कुशलबाग मैदान में करतब दिखाता पहलवान।](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2022/08/19/matka3_1660928325.jpg?resize=730%2C548&ssl=1)
कुशलबाग मैदान में करतब दिखाता पहलवान।
![आयोजन के मंच पर मौजूद साधुसंत, नेता और अधिकारी।](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2022/08/19/matka7_1660928342.jpg?resize=730%2C548&ssl=1)
आयोजन के मंच पर मौजूद साधुसंत, नेता और अधिकारी।
![मटकी फोड़ने के बाद थक चुके भाजपा नेता जोशी ने मंच पर संभाली कुर्सी।](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2022/08/19/matka8_1660928356.jpeg?resize=730%2C548&ssl=1)
मटकी फोड़ने के बाद थक चुके भाजपा नेता जोशी ने मंच पर संभाली कुर्सी।