नागौरएक घंटा पहले
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नागौर जिले एक ब्लाइंड मर्डर के मामले में पुलिस को सफलता हाथ लगी। पुलिस ने हत्या के मामले में दो नाबालिगों को निरुद्ध किया। एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि ब्लाइंड मर्डर में मृतक दीपाराम पुत्र रामदेव जाट की पहचान छुपाने के लिए वारदात को अंजाम देने वाले दो नाबालिगों ने उसके चेहरे को बिगाड़ दिया।
इससे मृतक की पहचान करने में कुछ समय लगा। मामले में मृतक की पहचान होने के बाद एक पुलिस टीम का गठन किया गया। जिसमें कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए ब्लाइंड मर्डर के प्रकरण में दो नाबालिगों को निरुद्ध किया।
दरअसल, 6 अगस्त को थाना श्रीबालाजी पर सूचना मिली कि सरहद उटवालिया के धौलिया ताल के खाई में एक व्यक्ति का शव पड़ा है। जिस पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। मौका मुआयना किया तो धौलिया ताल की खाई में जो डेडबॉडी मिली उसका चेहरा क्षत-विक्षत था। मृतक की पहचान नहीं हो सकी। उसकी उम्र लगभग 30 थी। उसने बनियान और लोअर पहना था।
दाहिने हाथ की कलाई पर लाल रेशमी धागा बंधा हुआ था। उसके नीचे कलाई पर सुमित्रा नाम गुदा हुआ मिला। मौके पर मौजूद एवं आस-पड़ोस के लोगों से अज्ञात मृतक के शव की शिनाख्तगी के भरसक प्रयास किए, लेकिन उसकी शिनाख्त नहीं हो सकी। जिस पर गम्भीरता को देखते हुए एक विशेष टीम का गठन किया गया।
टीम द्वारा सीसीटीवी कैमरों को गहनता से चैक किये गये एवं साइबर सेल नागौर की सहायता से तकनीकी विश्लेषण किया गया। जिस पर 9 अगस्त को मृतक की शिनाख्त खैराट पुलिस थाना सुरपालिया निवासी दीपाराम जाट के रुप में की गई।
तीन आरोपी भी हो चुके गिरफ्तार
एसपी जोशी ने बताया कि मामले में सूत्रधार मुख्य आरोपी राठौड़ी कुआं निवासी भरत पुत्र इन्द्रचंद सोनी, डीडवाना बाइपास निवासी हुक्मीचंद पुत्र बुधाराम गुर्जर और राठौड़ी कुआं निवासी सुनील पुत्र देवीलाल को पकड़ लिया गया।