दलित बच्चे के परिजनों से मिलने पहुंचे डोटासरा ने दिलाया मदद का भरोसा, सचिन पायलट ने किया कटाक्ष


Jalore Student Death: राजस्थान के जालोर जिले के सुराणा गांव में एक टीचर की पिटाई से छात्र की मौत के मामले में प्रदेश की राजनीति गरमा गई है. पीड़ित परिवार से मिलने के लिए नेताओं का भी सुराणा गांव पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है. नेताओं के दौरे को देखते हुए जालोर जिला प्रशासन ने इंटरनेट की स्पीड धीमी कर दी है. वहीं इस मामले को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और सचिन पायलट आमने-सामने हो गए. 

छात्र के परिवार से मिले डोटासरा
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने छात्र के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी. साथ ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता छात्र के परिजनों को देने की घोषणा की. इसके अलावा उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो इसको लेकर कानून भी बनाएंगे. डोटासरा ने दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने का विश्वास दिलाया और पीड़ित परिवार के न्याय को लेकर साथ खड़े रहने का भरोसा दिलाया. 

गोविंद सिंह डोटासरा ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि परिजनों की मांगों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष से 5 लाख रुपए सहायता परिवार जन को दी गई है. साथ ही अनुसूचति जाति एवं अनुसूचित जनजाति(अत्याचार निवारण) नियम 1995 यथा संशोधित नियम 2016 के नियम 12(4) के अन्तर्गत 4 लाख 12 हजार 500 रूपए की सहायता सहित कुल 9 लाख 12 हजार 500 रूपए की राशि स्वीकृत की गई.

वहीं जोधपुर में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने बच्चे की मौत पर सवाल उठाते हुए इसे वंचित तबकों के मनोबल टूटने से जोड़ा है. पायलट ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं पर हमें हमेशा के लिए अंकुश लगाना होगा. क्योंकि इस तरह की घटनाएं जब होती है तो देश-प्रदेश में दुख की भावना जेहन में आती है. बच्चे को टीचर ने इस तरह मारा और उसकी मौत हो गई, इससे ज्यादा दुख की बात और क्या होगी?

‘समाज में विश्वास पैदा करना होगा’
टोंक से विधायक सचिन पायलट ने कहा, “दलित समाज को इससे हटकर हमें संदेश देना पड़ेगा, उनके जेहन में विश्वास जगाना होगा कि हम उनके साथ खड़े हैं. सिर्फ कानून बनाने, नियम बनाने, भाषण देने और कार्रवाई से शायद यह हम पूरा नहीं कर सकें. उन्हें विश्वास दिलाने के लिए जो कुछ करना है, हमें करना पड़ेगा. इस तरह की घटना दोबारा न हो इसे भी सुनिश्चित करना होगा.”

गोलमा देवी ने भी की मुलाकात
इधर पूर्व मंत्री गोलमा देवी करीब 10.30 बजे सुराणा गांव पहुंचीं और पीड़ित परिवार से मुलाकात की. गोलमा देवी ने बताया कि सांसद किरोड़ी लाल मीणा को पुलिस ने पाली और जालोर की सीमा पर रोक दिया. इस कारण मैं यहां आई हूं. गोलमा देवी ने कहा कि सरकार को हमारी मांगें माननी होंगी. गोलमा देवी ने मृतक की मां को सांसद किरोड़ी की एक महीने की सैलरी एक लाख रुपये सौंपे.

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