Janmashtami 2022 : भारत में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami 2022) का त्योहार हर साल धूमधाम से मनाया जाता है. भाद्रपद माह की अष्टमी तिथि को यह त्योहार मनाया जाता है. इस साल 18 और 19 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जाएगी। इस दिन लोग व्रत रखते हैं. आधी रात को भगवान का जन्म होता है. श्रीकृष्ण के बाल रुप की विशेष तौर पर पूजा की जाती है. उन्हें छप्पन भोग लगते हैं। लेकिन अगर इस भोग में आटे की पंजीरी और माखन-मिश्री न हो तो यह अधूरा माना जाता है. बता दें कि प्रसाद में पंजीका का विशेष महत्व होता है. .
पंजीरी बनाने का आसान तरीका
भगवान श्रीकृष्ण के प्रसाद की थाली में सबसे महत्वपूर्ण स्थान रखने वाली पंजीरी तीन तरह से बनाई जाती है. पहली आटे की पंजीरी, दूसरी धनिया की पंजीरी और तीसरी नारियल की पंजीरी. आप इन तीनों में से किसी एक पंजीरी का भोग कान्हा को लगा सकते हैं. जान जिसमे से एक आटे की पंजीरी होती है. तो वहीं दूसरी धनिया की पंजीरी और तीसरी नारियल की पंजीरी होती है। आप जिस तरह की पंजीरी का भोग लगाना चाहते हैं. आइए जानते हैं आटे की पंजीरी बनाने की आसान विधि..
सामग्री
गेंहू का आटा- 250 ग्राम
देसी घी- 3 बड़ा चम्मच
पिसी हुई चीनी- 100 ग्राम
ड्राई फ्रूट्स, बादाम, मखाना, गरी, काजू (बारीक कटे हुए)
इस तरह बनाएं आटे की पंजीरी
सबसे पहले गेहूं के आटे को अच्छी तरह छान लें. अब एक कड़ाही लें और उसमें देसी घी डाल दें. इसे धीमी आंच पर रखें. जब घी थोड़ा गर्म हो जाए तो उसमें आटा डाल दें और उसका रंग बदलने तक हल्की आंच पर भूनें. जब आटे का रंग बदल जाए और उसमें से खूश्बू आने लगे तो उसे किसी बर्तन में निकाल लें. अब कड़ाही में कटे हुए ड्राइ फ्रूट्स को डालकर गर्म कर लें. बारीक कटे ड्राइ -फ्रूट्स को आटे में मिला दें. जब आटा थोड़ा ठंडा हो जाए तो उसमें पीसी चीनी अच्छी तरह मिला लें. आटे की पंजीरी तैयार हो गई है.
माखन मिश्री के भोग से खुश हो जाएंगे कान्हा
भगवान की प्रसाद की थाली में आटे की पंजीरी के साथ ही भगवान का प्रिय माखन मिश्री का भोग भी सजा लें. बता दें कि दही से माखन को निकालकरउसमे मिश्री की मिठास डाली मिलाई जाती है. इसके बाद पूजा के दौरान भगवान को भोग लगाएं. इससे कान्हा खुश हो जाते हैं.
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