रामदेवरा2 घंटे पहले
रामदेवरा में रविवार को भादवा प्रतिपदा के दिन बाबा की समाधी पर लाखों लोगों की भीड़ उमड़ी। करीब डेढ़ किलोमीटर लम्बी लाइन पूरे दिन रही। इसी बीच एक महिला ने अपनी चप्पलें खो जाने पर हंगामा खड़ा कर दिया। महिला ने अपने परिवार के लोगों की चार जोड़ी चप्पलें खो जाने पर तीन घंटे तक तमाशा किया। इस महिला की उम्र करीब 40 के बीच थी।
महिला का कहना है कि वह और अपने परिवार के साथ मंदिर रोड़ पर एक दुकान के आगे चार जोड़ी चप्पल निकाल कर दर्शन करने गई थी। वापस आने पर उसे वहां चप्पलें नहीं मिलीं। उसे पता चला कि सफाई कर्मी ट्रैक्टर में उसके चप्पल डाल के ले गए। ऐसे में महिला ने वहां पर कचरा इकट्ठा करने वाले ट्रैक्टर को रुकवाया और उस पर बैठ गई। महिला ने ट्रैक्टर को आगे नही बढ़ने दिया, जिसके बाद सफाई कर्मचारियों को ट्रैक्टर रोकना पड़ा। महिला के काफी जिद करने के बाद सफाई ठेकेदार ने महिला को चप्पल खोजने के लिए कहा। महिला ने कचरे से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली को ही खाली करवा दिया।
ट्रैक्टर रुकवा कर सफाईकर्मियों से बहस करती हुई महिला।
5 सफाई कर्मचारी, 1 ठेकेदार और 3 कर्मचारी 2 घंटे तक कचरे में सैकड़ों चप्पलों में उस महिला की चप्पल ढूंढ़ते रहे। चप्पल ना मिलने पर महिला श्रद्धालुओं की कतार के पास लौट गई और वहां चप्पल खोजने लगी। काफी देर तक वहां मौजूद पुलिस अधिकारी के समझाने के बाद वो वहां से गई, लेकिन उसके बाद भी महिला की चप्पल की खोज जारी थी। इस कारण लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई और लोग उस महिला की जिद और तमाशे को देखते रहे।

महिला ने अपने और परिवार के लोगों की चप्पलों को खोजने के लिए पूरे ट्रैक्टर को सड़क पर खाली करवा दिया।
चप्पल मंदिर के बाहर ही छोड़ कर जाने की है मान्यता
रामदेवरा मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालु मेले के दौरान अपनी चप्पल छोड़ कर चले जाते हैं। श्रद्धालुओं की मान्यता है की ऐसा करने से उनके पाप पीछे छूट जाते हैं। मेले में चप्पल उठाने के लिए रामदेवरा ग्राम पंचायत को लाखों रुपये खर्च करने पड़ते हैं।