हनुमानगढ़26 मिनट पहले
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चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने शिकायत मिलने पर हनुमानगढ़ के 3 निजी चिकित्सा केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया और रजिस्ट्रेशन नहीं मिलने पर एक क्लिनिक को सीज किया।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने शिकायत मिलने पर हनुमानगढ़ के 3 निजी चिकित्सा केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में संगरिया का रूद्रा साइक्रेटिक क्लिनिक रजिस्टर्ड नहीं पाया गया, उसे तुरंत प्रभाव से सीज कर दिया गया। इसके अलावा गोलूवाला एवं पीलीबंगा में चिकित्सा केन्द्र का निरीक्षण किया गया, जहां व्यवस्थाएं ठीक पाई गई। कुछ अव्यवस्थाओं के लिए संचालक को पाबंद किया गया है। कार्रवाई में सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा, स्वास्थ्य निरीक्षक संतकुमार बिश्नोई, संगरिया बीसीएमओ डॉ. रवि खीचड़ और मलकीत सिंह ने अस्पताल की व्यवस्था देखीं।
सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को मिली शिकायत के आधार पर संगरिया की भगतसिंह रोड पर स्थित रूद्रा साइक्रेटिक क्लिनिक की आकस्मिक जांच की गई। संगरिया बीसीएमओ डॉ. रवि खीचड़ द्वारा की गई पूछताछ में सामने आया कि रूद्रा साइक्रेटिक क्लिनिक को राजेन्द्र नामक व्यक्ति चला रहा है, जो राजस्थान मेडिकल कौंसिल में रजिस्ट्रेशन के बिना ही क्लिनिक का संचालन कर रहा था। रूद्रा साइक्रेटिक क्लिनिक को तुरंत प्रभाव से सीज कर दिया गया, जिसके खिलाफ विभागीय तथा कानूनी कार्रवाई की जा रही है। डॉ. नवनीत शर्मा ने कहा कि कोई भी डॉक्टर राजस्थान में राजस्थान मेडिकल कौंसिल से रजिस्टर्ड नहीं होने पर प्रैक्ट्सि नहीं कर सकता। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. शर्मा ने बताया कि 181 नम्बर पर प्राप्त हुई शिकायत के बाइद गोलूवाला में आरएमपी राकेश कुमार के क्लिनिक की जांच की गई। क्लिनिक पर कोई मेडिकल उपकरण एवं दवाइयां नहीं पाई गई। वहां पर कार्यरत राकेश कुमार जनरल नर्सिंग ट्रेंड पाया गया। उन्हें पाबंद किया आप अपनी योग्यता के अनुरुप फस्ट ऐड ही कर सकते हैं। उन्हें पाबंद किया गया कि वह ना तो दवाइयां लिख सकता है और ना ही प्रैक्टि्स कर सकता है। कुछेक अव्यवस्थाओं के चलते विभाग द्वारा उन्हें नोटिस जारी किया जाएगा। इसी तरह, पीलीबंगा में संचालित नवजीवन साइक्रेटिक क्लिनिक की जांच की गई। क्लिनिक में डॉ. खलील अहमद मुखत्यार उपस्थित पाए गए, जिनका क्लिनिक राजस्थान मेडिकल कौंसिल में रजिस्ट्रेशन होना पाया गया। क्लिनिक की जांच करने पर इनके पास उपलब्ध सभी दवाइयों के स्टॉक की जांच की गई, जो सही पाई गई।