हिमाचली डॉक्टरों को चढ़ा सियासी बुखार, चुनावी नब्ज टटोलने उतरे मैदान में


Himachal Pradesh Election 2022: हिमाचल प्रदेश में डॉक्टर्स को सियासी बुखार चढ़ रहा है. हाल ही में पंजाब चुनाव में रिकॉर्ड 12 MBBS डॉक्टर्स विधानसभा पहुंचे थे. अब इसी तर्ज पर उसके पड़ोसी राज्य हिमाचल के डॉक्टर्स भी सियासी नब्ज टटोलने में लगे हैं.

भले इस पहाड़ी राज्य में चुनाव होने में अभी कुछ महीने बाकी हों, लेकिन दो वरिष्ठ डॉक्टरों ने पहले ही इस्तीफा दे दिया है, जबकि एक अन्य पद छोड़ने की कगार पर है. सभी की निगाहें अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों से टिकट पर टिकी हैं.

डॉ जनक राज ने 16 अगस्त को इस्तीफा दे दिया
इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, शिमला में न्यूरोसर्जरी के प्रोफेसर और वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ जनक राज ने 16 अगस्त को इस्तीफा दे दिया. अपने पैतृक स्थान भरमौर (चंबा) से टिकट पाने के लिए डॉ जनक सोशल मीडिया पर खूब एक्टिव हैं. उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स पर स्थानीय निवासियों से बातचीत करते हुए तस्वीरों की भरमार है.

एक अन्य आर्थोपेडिक सर्जन डॉ लोकिंदर शर्मा शिमला के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में तैनात थे, जोकि अब ठियोग (शिमला) से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं. वो 2017 में भाजपा के टिकट के लिए असफल रहे थे. वहीं शिमला के कैंसर अस्पताल में तैनात एक अन्य वरिष्ठ डॉक्टर डॉ ललित चंदर कांत नचन (मंडी) से इस्तीफा देने के बाद अब चुनावी मैदान में उतरने को तैयार हैं.

वर्तमान विधानसभा में दो आयुर्वेदिक (बीएएमएस) डॉक्टर हैं, जोकि दोनों भाजपा से हैं. स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सैजल (कसौली विधायक) और पूर्व अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल (नाहन) से हैं.

और लोग भी लाइन में

सिर्फ डॉक्टर्स ही नहीं बल्कि कई सेवानिवृत्त नौकरशाह और पुलिस अधिकारी भी चुनावी मैदान में उतरने के लिए लाइन में हैं. इनकी नजर भाजपा, कांग्रेस और आप से टिकट पर है.

आप से जुड़े पूर्व पुलिस महानिदेशक आईडी भंडारी घुमारवीं (बिलासपुर) से मैदान में हैं. जबकि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के प्रधान निजी सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए रिटायर्ड आईएएस अधिकारी जेसी शर्मा चंबा के लिए उत्सुक हैं. उनके अलावा जुलाई में इस्तीफा देने वाले 2012 बैच के हिमाचल पुलिस सेवा के अधिकारी विकास धीमान जयसिंहपुर (कांगड़ा) से भाजपा के टिकट के लिए दावा कर रहे हैं.

सफल नौकरशाहों से राजनेता बने, पूर्व मुख्य सचिव ठाकुर सेन नेगी किन्नौर से छह बार जीत चुके हैं. वे तीन बार विधानसभा अध्यक्ष भी रहे हैं. 1974 बैच के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी बीके चौहान 2012 में चंबा से जीते थे. एक अन्य सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी जेआर कटवाल झंडूटा (बिलासपुर) से भाजपा के मौजूदा विधायक हैं.



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