जयपुरएक घंटा पहले
प्रदेश भाजपा में पार्टी लाइन से हटकर नेताओं की यात्राओं-रैलियों को लेकर उठे विवाद को राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह ने यह कह कर शांत कर दिया है कि पार्टी का कोई भी वरिष्ठ नेता कहीं भी यात्रा निकाल सकता है। इस दौरान कार्यकर्ता जुटते हैं, तो इससे पार्टी को ही लाभ होता है। गौरतलब है कि पार्टी में अधिकृत और निजी यात्राओं को लेकर अक्सर विवाद सामने आते रहे हैं।
हाल ही पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया पोकरण-रामदेवरा (जैसलमेर) की एक यात्रा निकालना चाहते थे, लेकिन उनकी यात्रा को अंदरखाने ही रोक दिया गया था। चूंकि वे पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष हैं तो यह यात्रा पार्टी की अधिकृत यात्रा ही मानी जाती। लेकिन तब अमित शाह के दौरे को देखते हुए पार्टी के नियमानुसार उन्होंने अकेले ही वो यात्रा पूरी की। वो करीब 11 किलोमीटर की यात्रा थी। पूनिया ने यह यात्रा अपनी उस मनोकामना के संदर्भ में की थी, जो उन्होंने वर्ष 2018 में आमेर (जयपुर) से अपनी जीत के लिए मांगी थी। उसका आभार जताने के लिए ही पूनिया ने रामदेवरा दरबार में धोक लगाई।
बीकानेर में वसुंधरा राजे ने नोखा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित भी किया और देव दर्शन भी किए।
उसके तुरंत बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने हाल ही बीकानेर, नोखा और चूरू क्षेत्र की यात्रा और सभाएं की तो उनकी यात्रा को भी पार्टी ने अधिकृत नहीं माना। लेकिन वहां कई वर्तमान और पूर्व विधायकों के यात्रा में शामिल होने और जबरदस्त भीड़ होने से पार्टी के भीतर और बाहर फिर से यात्राओं को लेकर चर्चा छिड़ गई है।
वसुंधरा ने इस यात्रा और सभा के तुरंत बाद मंगलवार दोपहर हैलीकॉप्टर से जयपुर, टोंक, बूंदी, भीलवाड़ा, कोटा, बारां और झालावाड़ जिलों को हवाई दौरा किया। इस दौरे से राजे ने इन जिलों में गत दिनों बेमौसम हुई बरसात से फसलों के खराब होने का आंकलन किया। गौरतलब है कि कोटा, बारां, झालावाड़ जिलों की हाल ही पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी यात्रा की थी और बड़ी संख्या में उनके समर्थक जुटे थे। कोटा संभाग खासकर बारां-झालावाड़ राजे का प्रमुख कार्यक्षेत्र माना जाता है। ऐसे में पायलट के दौरे के तुरंत बाद राजे का यह हैलीकॉप्टर दौरा राजनीतिक हलकों और उनके समर्थकों में चर्चा का विषय बना हुआ है। बता दें कि लगभग 9 साल पहले भी गुलाबचंद कटारिया की यात्रा को लेकर भी काफी विवाद हुआ था।
![सतीश पूनिया ने बीते दिनों रामदेवरा के लिए यात्रा निकाली थी। हालांकि अमित शाह के दौरे को देखते हुए उनकी यात्रा को एक बार रोक दिया गया था।](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2022/10/11/_1665499169.jpg?resize=730%2C548&ssl=1)
सतीश पूनिया ने बीते दिनों रामदेवरा के लिए यात्रा निकाली थी। हालांकि अमित शाह के दौरे को देखते हुए उनकी यात्रा को एक बार रोक दिया गया था।
भाजपा के छबड़ा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने कहा कि वसुंधरा राजे पार्टी की वरिष्ठ नेता हैं। उनके कहीं भी आने-जाने, रैली, सभा आदि करने से कार्यकर्ताओं में जोश का संचार होता है। पार्टी के पक्ष में जन समर्थन जुटता है और राज्य सरकार के खिलाफ माहौल बनता है। और भी कोई नेता ऐसा करना चाहें तो करें। पार्टी के हित में कुछ होता है, तो कोई गलत बात नहीं।
पूर्व शिक्षा मंत्री और अजमेर उत्तर के विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि पार्टी के हित में अगर जनसमर्थन मिल रहा है, तो किसी भी नेता की रैली, सभा, यात्रा से किसी को कोई आपत्ति ही नहीं। वसुंधरा राजे पार्टी की वरिष्ठ नेता हैं और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। उन्हें बीकानेर संभाग में हाल ही गजब का जन समर्थन मिला है, जो निस्संदेह पार्टी के लिए फायदेमंद है। राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह ने जो बयान दिया है, उसके भी यही मायने हैं।