भीलवाड़ा26 मिनट पहले
रोपा में शोभायात्रा के बाद राम करते है रावण वध
देश भर में दशहरा का पर्व मनाया जाएगा। बुराई पर अच्छाई की विजय का संदेश देने के लिए रावण, कुम्भ करण व मेघनाद सहित लंका दहन किया जाएगा। लेकिन, भीलवाड़ा के रोपा गांव में ऐसा कुछ भी नहीं होता है। यहां रावण दहन की जगह रावण वध किया जाता है। यहां रावण का पुतला नहीं जलाया जाता है। यह परम्परा इस गांव में रहने वाले लोगों के पूर्वजों से शुरू की थी। और पिछले 80 सालों से यहां गांव के चौराहे पर 10 फीट ऊंची रावण की प्रतिमा बनाई हुई है। वहीं रावण वध का कार्यक्रम होता है। इस गांव में रहने वाले लोगों की मान्यता है कि जिस रावण से खुद भगवान लक्ष्मण ने ज्ञान लिया था। उसे इंसान कैसे जला सकते हैं।
गांव के चौराहे पर बना रखी है रावण की प्रतिमा
रोपा सरपंच गणेश लाल आचार्य ने बताया कि गांव में रावण वध की परम्परा किसने शुरू की यह तो नहीं पता। लेकिन गांव में लोग अपने पूर्वजों के समय से ही यहां रावण वध का ही कार्यक्रम करते है। पहले गांव के चौराहे पर रावण की प्रतिमा मिट्टी की बनी हुई थी। इसे काफी सालों पहले सीमेंट की बनवादी गई है। दशहरा से पहले प्रतिमा का रंग रोगन कर सजाया जाता है। और फिर रावण वध होता है।
एक दिन पहले होता है लंका दहन
गांव में सालों से रावण वध से एक दिन पहले लंका दहन कार्यक्रम होता है। इसके तहत गांव के चारभुजा नाथ मंदिर से ठाकुरजी की शोभायात्रा निकाली जाती है। साथ ही हनुमान बने बाल कलाकार रावण चौक पहुंचते है। यहां पर लंका दहन का कार्यक्रम होता है।
![गांव में निकाली जाती है ठाकुरजी की शोभायात्रा](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2022/10/04/untitled17_1664872935.jpg?resize=730%2C548&ssl=1)
गांव में निकाली जाती है ठाकुरजी की शोभायात्रा
रावण दहन को मानते है शास्त्रों का अपमान
सरपंच आचार्य ने बताया कि गांव में कभी रावण दहन नहीं किया जाता है। ग्रामीण तर्क देते हैं कि रावण विद्वान थे। अंतिम समय में भगवान राम के कहने पर लक्ष्मण ने रावण के चरणों के पास खड़े होकर ज्ञान लिया था। जिस विद्वान से खुद भगवान ने ज्ञान लिया। उस विद्वान के पुतले को जलाने का इंसान को क्या अधिकार है। वेद वेदांत के ज्ञाता रावण का दहन कर अपने धर्म शास्त्रों का अपमान नहीं कर सकते।
![बाल कलाकार रावण की प्रतिमा पर करते है तीर से वार](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2022/10/04/untitled20_1664873319.jpg?resize=730%2C548&ssl=1)
बाल कलाकार रावण की प्रतिमा पर करते है तीर से वार
बाल कलाकार मारते है तीन
रोपा गांव में दशहरा के दिन सभी ग्रामीण रावण वध कार्यक्रम के लिए इकट्ठा हाेते है। यहां बाल कलाकार राम, लक्ष्मण, हनुमान व वानर सेना का रूप धरते है। और रावण की प्रतिमा के पास पहुंचते है। यहां पर रावण की प्रतिमा पर तीर चलाए जाते है।
क्रेडिट – यशोदा पाराशर, पारोली