झुंझुनूं24 मिनट पहले
बच्चों को दूध का इंतजार
सितंबर माह में दूध आने के बाद भी सरकारी स्कूल के बच्चे दूध गटकने का इंतजार कर रहे है। झुंझुनूं में एक लाख से अधिक विद्यार्थियों को इसका लाभ मिलने वाला है। स्कूलों में पाउडर दूध सप्लाई हुए दो महिने हो चुके है। लेकिन अभी तक वितरण की तारीख तय नहीं की गई है। ऐसे में स्कूलों में रखे गए दूध पाउडर की चूहों व सीलन से बचाने की जिम्मेदारी शिक्षकों को भारी पड़ रही है।
जिले में 1574 स्कूलों में कक्षा एक से आठवीं तक 85 प्रतिशत उपस्थिति के हिसाब से एक लाख 8 हजार के करीब विद्यार्थियों को पाउडर दूध मिलना है।
शिक्षा विभाग ने दूध वितरण की व्यवस्था के लिए झुंझुनूं के सभी ब्लॉक में राशि जारी कर दी गई है।
गौरतलब है कि सरकारी स्कूलों में मिड डे मील में सुबह के वक्त बच्चों को दूध देने का उद्देश्य है छात्र-छात्राओं के नामांकन, उपस्थिति में वृद्धि, ड्रॉपआउट को रोकना, पोषण स्तर में वृद्धि एवं आवश्यक न्यूट्रिएंट्स उपलब्ध कराना है।
इसके लिए मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत सरकारी स्कूल, मदरसों में कक्षा 1 से 8वीं तक के बच्चों को सप्ताह में दो दिन मंगलवार और शुक्रवार को प्रार्थना सभा के तुरंत बाद पाउडर वाला दूध पिलाया जाएगा। इस दिन छुट्टी होने की स्थिति में अगले दिन दूध वितरित किया जाएगा।
जिले के अधिकतर स्कूलों में सरस का मिल्क पाउडर सितंबर महीने में आ गया था। लगभग तैयारी भी पूर्ण हो चुकी है। लेकिन आदेश का इंतजार है। सीएम बाल गोपाल योजना के तहत दूध मिलने से छात्रों की सेहत में सुधार के साथ स्कूलों में बच्चों का ठहराव व नामांकन बढ़ोतरी में फायदा मिलेगा।
फिलहाल आदेश नहीं होने से दूध वितरण का कार्य का अटका हुआ है। कयास लगाए जा रहे है 14 नवंबर को बाल दिवस पर योजना के शुभारंभ होने के कयास लगाए जा रहे हैं।