Child Care Tips: बच्चे शैतान होते हैं, कई बार ऐसे काम कर जाते हैं कि गुस्सा आना स्वाभाविक है लेकिन बात-बात पर उनकी पिटाई ठीक नहीं. पैरेंट्स को चाहिए कि वे अपने बच्चे की गलतियों पर उन्हें मारने या पीटने की बजाय आराम से समझाएं ताकि उनके बच्चे को दिमाग पर उसका असर न पड़ने पाए. क्योंकि अगर आप बार-बार बच्चे की पिटाई करते हैं, जरा-जरा सी बात पर उसे डांट लगाते हैं तो इससे उसके स्वभाव पर नकारात्मक असर पड़ता है और बच्चा बिगड़ सकता है. आइए जानते हैं बच्चों की पिटाई से होने वाले परिणाम..
दिमाग पर पड़ता है असर
बच्चों के दिमाग पर उनके आसपास घट रही हर छोटी-छोटी घटना का भी असर पड़ता है. ऐसे में अगर उनकी अक्सर पिटाई की जाती है तो उनके मन में ये बात आ सकती है कि उनके माता-पिता उन्हें पसंद नहीं करते. इससे बच्चे और माता-पिता के बीच में गैप भी आ सकता है.
डर हो जाता है खत्म
जब बार-बार आप अपने बच्चे की पिटाई करते हैं तो उसके मन का डर धीरे-धीरे खत्म होने लगता है. ऐसे में एक वक्त ऐसा भी आ सकता है, जब आपका बच्चा आपकी ही बात सुनने से इनकार करने लगे या आपको अनसुना करने लगे. इसलिए इससे बचना चाहिए.
पढ़ाई पर पड़ता है असर
पिटाई होने के बाद बच्चों की पढ़ाई पर भी इसका असर पड़ता है. न तो बच्चे ध्यान लगाकर पढ़ाई कर पाते हैं और उनका मानसिक विकास भी अच्छी तरह से नहीं हो पाता है. इसलिए पैरेंट्स को उन्हें मारने की बजाय प्यार से समझाने की कोशिश करनी चाहिए.
चिड़चिड़े होने लगते हैं बच्चे
बच्चे अपने पेरेंट्स को देखते हुए ही बड़े होते हैं. ऐसे में जैसा व्यवहार उनके माता-पिता करते हैं, बच्चे भी वैसा बनने की कोशिश करने लगते हैं. पिटाई होने के बाद उनका स्वभाव भी चिड़चिड़ा हो जाता है.
कॉन्फिडेंस कम होता है
बच्चों की पिटाई होने से उनके आत्मविश्वास में भारी कमी आती है. इस कारण से उन्हें किसी भी अनजान से बात करने या स्टेज पर परफॉर्म करते वक्त बहुत डर लगता है या दिक्कत होती है.
ये भी पढ़ें-