डूंगरपुर20 मिनट पहले
प्रभारी सचिव ने अधिकारियों की क्लास लेते हुए योजनाओं के क्रियान्वयन में जिले की पिछड़ेपन की रैंकिंग सुधारने की हिदायत दी।
महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव और डूंगरपुर जिला प्रभारी सचिव दिनेश कुमार यादव जिले के दौरे पर हैं। दौरे के तीसरे दिन मंगलवार को उन्होंने जिला परिषद सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। प्रभारी सचिव यादव ने विभागीय योजनाओं और फ्लैगशिप योजनाओं के साथ सीएम बजट घोषणाओं की समीक्षा की। प्रभारी सचिव ने अधिकारियों की क्लास लेते हुए योजनाओं के क्रियान्वयन में जिले की पिछड़ेपन की रैंकिंग सुधारने की हिदायत दी।
कलेक्टर लक्ष्मीनारायण मंत्री की मौजदूगी में आयोजित बैठक में प्रभारी सचिव यादव ने योजनाओं के सफल क्रियान्वयन नहीं होने पर अधिकारियों की क्लास ली। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन में प्रदेश के अन्य जिलों की अपेक्षा डूंगरपुर जिले की रैंकिंग खाफी खराब है, जिसमें सुधार की जरूरत है। उन्होंने अधिकारियों को रैंकिंग में सुधार लाने की हिदायत दी। बैठक में प्रभारी सचिव ने निशुल्क जांच योजना में जिले के सबसे नीचे की रैंकिंग होने पर चिंता जताई। डॉक्टर मीना ने बताया कि जिले में लैब टेक्नीशियन की बड़ी कमी है। वहीं मेडिकल कॉलेज में होने वाली जांचों के बारे में अधीक्षक डॉ. महेंद्र डामोर ने कहा कि जितनी निशुल्क जांचें होती है, उससे भी ज्यादा तरह की जांच अस्पताल में की जा रही हैं, लेकिन उनका इंद्राज पोर्टल पर करने की सुविधा नहीं है। इस पर कलेक्टर ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि मरीजों की जांच जिला अस्पताल में नहीं कर उन्हें बाहर की लैब से जांच करवाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा तो वे खुद मुकदमा दर्ज करवाएंगे। वहीं प्रभारी सचिव ने निशुल्क दवा और जांच योजना को लेकर किसी भी स्तर पर लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की बात कही। प्रभारी सचिव ने सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग के अधिकारियों को वृद्धावस्था पेंशनर्स का वेरिफिकेशन जल्द करवाने के निर्देश दिए।