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पटियाला9 घंटे पहले
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नया गांव में शव रखकर किया प्रदर्शन।
चंडीगढ़ के निकटवर्ती काना गांव की महिला पंच सुनीता की बॉडी सोमवार को झामपुर गांव से बरामद कर ली गई। सुनीता रविवार को तेज बारिश के बाद पटियाला की राव नदी में आई बाढ़ में बह गई थी। सुनीता को बचाने कूदे उसके पति सज्जन का कोई सुराग नहीं लग पाया। उधर घटना से गुस्साए लोगों ने चंडीगढ़ के नया गांव में सुनीता की बॉडी रखकर प्रदर्शन किया दिया। इस बीच प्रशासन ने सज्जन को ढूंढने के लिए NDRF की टीम बुला ली है।
रविवार शाम को पहाड़ों पर हुई तेज बारिश के बाद पटियाला की राव नदी में बाढ़ आ गई थी। उसी दौरान नदी पार करते समय काना गांव की पंच सुनीता और उनके पति सज्जन सिंह समेत 8 लोग बह गए। इनमें से 6 लोगों को बचा लिया गया, लेकिन सुनीता और उसके पति का कोई सुराग नहीं लग पाया। रविवार रातभर गांव के लोग दोनों को ढूंढने में लगे रहे। सोमवार दोपहर सुनीता का शव ग्रामीणों ने 30 किलोमीटर दूर झामपुर गांव से बरामद कर लिया।
इसके बाद लोग नदी से बॉडी निकालकर नया गांव पहुंचे और वहां काउंसिल ऑफिस के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
शॉर्टकट के चक्कर में हुआ हादसा
चंडीगढ़ से 12 किलोमीटर दूर, बद्दी-पिंजौर जाने वाले वाहनचालक शॉर्टकट के चक्कर में पटियाला की राव नदी से होकर निकलते हैं। रविवार शाम को पंजाब के काना गांव की पंच सुनीता अपने पति सज्जन सिंह के साथ बाइक पर जा रही थी। दोनों के साथ उनकी 16 साल की बेटी मंजू भी थी। सज्जन सिंह ने जब नदी के बीच से बाइक निकालने की कोशिश की तो तीनों पानी के बहाव में बह गए।
मौके पर पहुंचे गांववालों ने मंजू को तो रस्सी फेंककर निकाल लिया लेकिन सुनीता और सज्जन सिंह का पता नहीं चला। गांव के सरपंच ने बताया कि सज्जन सिंह अपनी पत्नी और बेटी के साथ नयागांव से टांडा गांव की ओर जा रहे थे। रास्ते में पटियाला की राव नदी पार करने लगे तो पूरा परिवार बह गया।
प्रशासन गंभीर नहीं
लोगों ने आरोप लगाया कि चंडीगढ़ प्रशासन लोगों की जिंदगियों को लेकर गंभीर नहीं है। यहां 2 महीने में 4 लोगों की जान जा चुकी है लेकिन अभी तक सुरक्षा के लिए अस्थाई इंतजाम नहीं किए गए। लोगों का आरोप था कि अगर चंडीगढ़ के पास बसे गांवों का यह हाल है तो पंजाब में क्या स्थिति होगी। लोगों ने कहा कि जरूरत पड़ी तो वह पंजाब के सीएम हाउस का भी घेराव करेंगे।
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