डूंगरपुर27 मिनट पहले
महिलाओं पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले टीचर और समर्थकों पर विधायक गणेश घोघरा ने निशाना साधा और गिरफ्तार नहीं करने पर प्रशासन की ढिलाई बताई।
महिलाओं पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले सरकारी स्कूल के टीचर भंवर लाल परमार के समर्थन में रैली के बाद अब कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा ने टीचर और समर्थकों पर निशाना साधा है। घोघरा ने कहा कि महिलाओं की ओर से रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद भी पुलिस और प्रशासन ने सरकारी टीचर को गिरफ्तार नहीं किया ये प्रशासन की सबसे बड़ी ढिलाई है।
विधायक और यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश घोघरा ने कहा कि टीचर भंवर लाल परमार के महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक बातें कही और उनकी लज्जा भंग करने के प्रयास किया। इसलिए महिलाओं ने रिपोर्ट दी, लेकिन कुछ लोग अपने टीचर को बचाने छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्यप्रदेश और गुजरात से लोगों को लाकर डूंगरपुर में फिर से उपद्रव फैलाना चाहते हैं। उनकी मंशा एक बार फिर डूंगरपुर में काकरी डूंगरी जैसा कांड करना चाहते हैं। विधायक ने कहा कि यहां का कोई युवा उनके साथ नहीं है। इसलिए ये लोग बाहर से लोगों को बुलाकर तांडव करना चाहते हैं, ताकि वे लोग डर जाएं और पुलिस प्रशासन भी कोई कार्रवाई नहीं करे।
6 अक्टूबर को आंदोलन करने की तैयारी
विधायक घोघरा ने कहा कि वे लोग आदिवासी परिवार के नाम पर वोटबैंक की राजनीति करना चाहते हैं, लेकिन आज आदिवासी युवा समझ गया है। कांकरी डूंगरी में केस दर्ज होने के बाद यहां का गरीब आदिवासी युवा थानों के चक्कर काट रहा है, लेकिन वे लोग जाकर छुप गए। उन्होंने कहा की बाहरी लोगों को लाकर अगर वे दादागिरी दिखाना चाहते हैं तो वे यहां के ही लोगों के साथ मिलकर उससे भी बड़ा आंदोलन कर सकते हैं। उन्होंने कहा की आगामी 6 अक्टूबर को शहर में बड़ा आंदोलन कर प्रशासन से महिलाओं की ओर से दर्ज एफआईआर पर जवाब मांगा जाएगा।
15 लोग घर आए और धमकाया
जिला परिषद सदस्य रेखा कलासुआ ने कहा की 16 सितंबर को कलेक्ट्री में रिपोर्ट दी। टीचर भंवर लाल परमार के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज की गई। इसके बाद से टीचर भंवरलाल परमार को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है। आरोपी टीचर भंवरलाल परमार के कुछ लोग उसके घर पर आए और उनको धमकियां दी। केस वापस लेने के दबाव बनाया। नहीं लेने पर उनके और परिवार के साथ किसी भी तरह की घटना होने की चेतावनी देकर गए। वहीं, समाज से निकालने तक की भी धमकी दी।