जयपुर3 मिनट पहले
ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने गहलोत सरकार के सिस्टम पर सवाल उठाए हैं। गुढ़ा ने प्रतापसिंह खाचरियावास के बयान का समथर्न करते हुए दावा किया कि गहलोत सरकार में पूरी पावर सीएम और सीएमओ के पास केंद्रित हो गई है। गुढ़ा ने कहा- मंत्रियों के पास कोई पावर नहीं है। फाइनेंस, होम जैसे अहम विभाग मुख्यमंत्री के पास हैं। कांस्टेबल तक के तबादले तो मुख्यमंत्री करते हैं। प्रतापसिंह जो कह रहे थे वह सौ फीसदी सही है। मंत्रियों के पास कोई पावर नहीं है। गुढ़ा सचिवालय में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
गुढ़ा ने कहा- कई मंत्री कह रहे थे कि हम एसीआर भरते हैं। बेचारे मंत्री कहां एसीआर भरते हैं, कोई एसीआर नहीं भरता है। पावर पूरी तरह सेंट्रलाइज्ड है। कांस्टेबल और डीजीपी दोनों की पोस्टिंग एक ही जगह से हो रही है। मंत्री तो कांस्टेबल तक के तबादले के लिए सीएमओ के चक्कर काटते रहते हैं। एसीआर भरतने की बात तो छोड़िए जब कांस्टेबल तक के तबादले सीएमओ से हो रहे हैं। कई मंत्री कह देते हैं कई अंदर ही बात रखते हैं। जबकि अंदरखाने सब बैठकर रोते हैं।
राजस्थान में राहुल गांधी की सोच से उलट काम
गुढ़ा ने कहा- राहुल गांधी भाषण देते हैं तो कई बार कहते हैं कि देश प्रदेश को 500 लोग चलाएं, केवल दो लोग ही देश नहीं चलाएं। राहुल गांधी पावर बांअने की बात करते हैं। पीएम मोदी और अमित शाह केवल दो लोगों पर देश चलाने की बात करते हैं। हमारे राजस्थान में तो राहुल गांधी की सोच के उलट काम हो रहा है। यहां सब कुछ पावर सेंट्रलाइज्ड हो गया है।
विधायकों की कुछ नहीं चल रही, पूरा पावर सीएम के पास
गुढ़ा ने कहा-प्रतापसिंह खाचरयिावास की पीड़ा से मैं सौ फीसदी सहमत हूं। उन्होंने जो मुद्दा उठाया, वह सही उठाया है। विधायकों,मंत्रियों की कहीं कुछ नहीं चल रही है। विधायकों के पास कुछ नहीं है। कार्यकर्ताओं के पास भी कुछ नहीं है। विधायकों,मंत्रियों का पूरा पावर तो मुख्यमंत्री के पास है।
गलती कीमत मांगती है
गुढ़ा ने सियासी बवाल के जिममेदार तीन नेताओं के खिलाफ एक्शन पैडिंग रहने के सवाल पर कहा कि यह सब आलाकमान को तय करना है कि वे इन्हें माफ करते हैं, सजा देते हैं या इनाम देते हैं। तीन नेताओं को नोटिस दिए गए। हमारे सीएम ने सोनिया गांधी से दिल्ली में माफी मांगी है। गलती हुई है और गलती कीमत मांगती है।