MP Weather Updates: मानसून (Monsoon) की विदाई के बाद एक बार फिर मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया है. मौसम विभाग भी फिर मानसून के लौटने की आहट से आश्चर्यचकित है, हालांकि बारिश का दौर धीरे-धीरे थमने के भी दावे किए जा रहे हैं. गौरतलब है कि इस साल मानसून ने पूरे मध्य प्रदेश को उम्मीद से अधिक भीगोया. पूर्वी मध्य प्रदेश में औसत से 10 प्रतिशत से अधिक बारिश हो चुकी है. इसके अलावा पश्चिमी मध्य प्रदेश की बात की जाए तो यहां तो औसत से 35 प्रतिशत से अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है. इसके बावजूद एक बार फिर बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है.
मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों में पिछले 24 घंटों में जमकर बारिश हुई है. इनमें रतलाम में 91 मिमी, खंडवा में 78.7 मिमी, रायसेन में 66 मिमी, सागर में 42.2 मिमी, उज्जैन में 26.6 मिमी, खरगोन में 24.8 मिमी, खजुराहो में 19 मिमी, इंदौर में 18.6 मिमी, भोपाल में 17.5 मिमी, बैतूल में 14 मिमी, धार में 12.6 मिमी, पंचमढ़ी में 11.2 मिमी, गुना में 8.5 मिमी, दतिया में 6.6 मिमी, नर्मदापुरम में 6.2 मिमी, शिवपुरी में 6 मिमी, ग्वालियर में 5.6 मिमी, मंडला में 5 मिमी, भोपाल में 33 मिमी बारिश दर्ज की गई है.
इन संभागों में बारिश का है अनुमान
वहीं एक बार फिर बारिश शुरू होने से मौसम में ठंडक घुल गई है. इससे तापमान में भी कमी देखने को मिल रही है. एमपी के अनेक जिलों में तापमान दो से 3 डिग्री नीचे आ गया है. मौसम विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक अगले 24 घंटों में उज्जैन, नर्मदापुरम, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर संभाग के कई जिलों में बारिश होने का अनुमान है.
किसानों को उठाना पड़ रहा है नुकसान
वर्तमान समय में हो रही बारिश की वजह से किसानों को फसलों की कटाई और खेत में पड़ी फसल को उठाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. रतलाम जिले के किसान बाबूलाल पांचाल के मुताबिक अधिकांश किसानों की सोयाबीन की फसल खेतों में पड़ी हुई है. जिन किसानों ने मजदूरों से फसलों की कटाई करवाई है, उनकी फसल निकल भी नहीं पाई है. वर्तमान समय में पानी मुसीबत बनकर बरस रहा है. इससे आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा. यदि 1 सप्ताह के बाद (गेहूं और चने की फसल बोने के बाद) बारिश होती तो किसानों को काफी लाभ पहुंचता.