विवेक शर्मा6 घंटे पहले
पंजाब में खुद को आम लोगों का नुमाइंदा कहने वाले मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान सरकार बनने के महज 4 महीने में ही उसी आम जनता से दूर हो गए हैं। इसकी एक बानगी सोमवार को लुधियाना में नजर आई। मौका था AAP सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘मोहल्ला क्लीनिक’ की शुरुआत का। CM भगवंत मान को लुधियाना में चांद सिनेमा के पास खुले मोहल्ला क्लीनिक में पहुंचना था।
मुख्यमंत्री के पहुंचने से पहले पुलिस ने वहां जुटे लोगों को खदेड़ना शुरू कर दिया। शहर के कई सीनियर सिटीजन, वकील और आम आदमी पार्टी के वर्कर मुख्यमंत्री से मिलने की आस में पहुंचे तो पुलिस ने ह्यूमन चैन बनाकर उन्हें रोक दिया। इस दौरान पुलिस वाले जहां सुरक्षा व्यवस्था की दुहाई देते नजर आए। वहीं, लोग मुख्यमंत्री को कोसते दिखे।
लोगों में इस बात को लेकर रोष था कि विधानसभा चुनाव से पहले भगवंत मान मुख्यमंत्री बनने के बाद भी जनता के बीच रहने का दावा करते थे, लेकिन पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनते ही वह खास मुख्यमंत्री बन गए।
गौरतलब है कि पूरे पंजाब में AAP सरकार ने 75 मोहल्ला क्लीनिक तैयार किए हैं। इनकी शुरुआत 15 अगस्त से की गई। लुधियाना में ऐसे 9 मोहल्ला क्लीनिक खुले हैं।
पत्रकारों से बहसबाजी करते पुलिस अधिकारी।
लुधियाना शहर में मुख्यमंत्री भगवंत मान की मौजूदगी के दौरान पुलिस पत्रकारों के साथ भी उलझती रही। दरअसल प्रशासन ने खुद पत्रकारों को मोहल्ला क्लीनिक के उद्घाटन की कवरेज का संदेश भेजकर बुलाया। जब मीडिया मौके पर पहुंची तो पुलिस ने उन्हें कवरेज करने से रोक दिया। इस पर कई पत्रकारों की पुलिस वालों से बहसबाजी हो गई। सुबह से कई महिलाएं भी भगवंत मान को मिलने के लिए खड़ी थीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें भी खदेड़ दिया।
वकील रोते हुए लौटा
लुधियाना के सीनियर वकील नरिंद्र आदिया चांद सिनेमा के पास मुख्यमंत्री भगवंत मान से मिलकर उन्हें सम्मान चिन्ह देने पहुंचे थे, पुलिस ने उन्हें भी रोक दिया। आदिया ने कहा कि वह भगवंत मान को सम्मान चिन्ह देने आए है, मगर पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। इससे नाराज आदिया के आंसू निकल आए। उन्होंने कहा कि भगवंत मान अब खास हो गए हैं।
पुलिस के रवैये से आहत सीनियर वकील नरिद्र आदिया।
मेडिकल टीम को भी नहीं जाने दिया अंदर
जिन मोहल्ला क्लीनिक में मेडिकल स्टाफ को काम करना है, पुलिस ने उस मेडिकल स्टाफ को भी मोहल्ला क्लीनिक में जाने की परमिशन नहीं थी। हालांकि इस स्टाफ का नाम लिस्ट में शामिल था। मोहल्ला क्लीनिक में तैनात किए गए मेडिकल स्टाफ की महिला सदस्यों ने बताया कि वह सुबह 8 बजे से भूखे पेट क्लीनिक के बाहर खड़ी हैं। यदि उन्हें अंदर जाने की परमिशन देनी ही नहीं थी तो बुलाया क्यों गया?
मेडिकल स्टाफ ने कहा कि उनकी कम से कम 5-5 बार चैकिंग की गई। इसके बावजूद अंदर नहीं जाने दिया। सरकार ने मेडिकल स्टाफ के खाने के लिए भी कोई प्रबंध नहीं किया।
विधायकों के करीबी घूमते रहे CM के पास
लुधियाना के तमाम विधायकों के पीए और करीबी रिश्तेदार मोहल्ला क्लीनिकों के अंदर नजर आए। विधायकों के पीए तो मुख्यमंत्री के साथ सेल्फी भी खिंचवाते रहे।