दौसा7 मिनट पहले
छात्र रोहित महावर के परिजनों का कहना है कि 6 अगस्त को बच्चे को टीचर ने पीटा। हाथ में फ्रेक्चर आ गया। इसके बाद मामला टाला गया।
राजस्थान में दलित स्टूडेंट की पिटाई और मौत का विवाद अभी थमा ही था कि फिर से ऐसे और मामले सामने आ रहे हैं। जालोर के बाद बाड़मेर और अब दौसा ऐसा केस सामने आया है। यहां सरकारी स्कूल में एक स्टूडेंट ने टीचर पर हाथ तोड़ने का आरोप लगाया है। घटना पांच अगस्त की है, लेकिन एफआईआर 25 अगस्त को हुई है। परिजनों का आरोप है कि मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
पुलिस ने बताया कि मामला जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र का है। यहां के गर्वर्नमेंट सीनियर सेकंडरी स्कूल कैलाई में पढ़ने वाले रोहित महावर (10) के पिता विनोद महावर ने गुरुवार को मामला दर्ज कराया है। पिता का आरोप है कि स्कूल शिक्षक रामेश्वर प्रसाद ने पांच अगस्त को उसके बेटे को बेरहमी से लात मारी थी। इससे रोहित गिर गया और उसकी कोहनी में फ्रेक्चर हो गया। उसका आरोप है स्कूल प्रिंसीपल को जानकारी देने के बाद परिवार और बच्चे को धमकाया गया। मामले को दबाने का भी प्रयास हुआ।
पढ़ाने के लिए कहा तो, लात मारी
परिवार का कहना है कि रोहत पांचवी क्लास में है। घटना वाले दिन उसने टीचर रामेश्वर प्रसाद से पढ़ाने के लिए कहा तो उसके साथ मारपीट की गई। दूसरे दिन 7 अगस्त को स्कूल पहुंचकर शिकायत की तो आरोपी टीचर ने धमकाया और शिकायत करने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी।
छात्र के पिता विनोद का कहना है कि इसी दौरान स्कूल का हेडमास्टर रामवतार बैरवा भी कुछ दिन अवकाश पर चला गया। हेडमास्टर दोषी अध्यापक को बचाने की कोशिश कर रहा है। छात्र के परिजनों ने कलेक्टर कमर चौधरी को शिकायत दी तो जिला शिक्षा अधिकारी को जांच के निर्देश दिए गए। अब इस मामले में सिकंदरा पुलिस थाने में टीचर के खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाई गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
माता-पिता के साथ पीड़ित छात्र रोहित। उसका कहना है कि टीचर ने हाथ पकड़कर लात मारी।
पीड़ित छात्र रोहित महावर (10) के परिजनों ने स्कूल के टीचर रामेश्वर प्रसाद गुर्जर पर मारपीट करने का आरोप लगाया। कलेक्टर के निर्देश पर डीईओ ने टीम गठित कर मामले की जांच कराई। टीम घटना की सत्यता जांचने के लिए बयान ले रही है।

इस मामले में आरोपी टीचर ने दलील दी कि यह उसके खिलाफ साजिश है, हेड मास्टर ने सफाई दी कि उस दिन मामला उसके संज्ञान में नहीं आया। जांच कर रहे अधिकारी का कहना है कि बयान ले रहे हैं।
हेडमास्टर का बयान-उस दिन संज्ञान में नहीं आया
मामले में कैलाई स्कूल के हेडमास्टर रामवतार बैरवा ने कहा कि अभिभावकों ने शिकायत की थी कि 6 अगस्त को स्कूल के टीचर रामेश्वर प्रसाद गुर्जर ने उसके बच्चे का हाथ तोड़ दिया। टीचर से पूछा तो वे बोले कि बच्चे को हाथ ही नहीं लगाया। ये 6 अगस्त की घटना है। स्कूल की छुट्टी का टाइम था। दोपहर 1.26 की घटना है। स्कूल में मैं मौजूद था। तब ऐसा कोई मामला नहीं आया। बाद में पैरेन्ट्स से जानकारी मिली।
टीचर बोला- मेरे खिलाफ साजिश
मामले में कैलाई स्कूल के आरोपी टीचर रामेश्वर प्रसाद गुर्जर से पूछा तो उसने कहा कि आरोप निराधार और झूठे हैं। वह कक्षा 1 से 5वीं तक के बच्चों को नहीं पढ़ाता। बच्चा 5वीं का स्टूडेंट है। टीचर का कहना है कि बच्चे को हाथ तक नहीं लगाया। मैं कक्षा 6 से 8 तक क्लास लेता हूं। जस वक्त की घटना बताई जा रही है उस वक्त एक क्लास में पीरियड ले रहा था। यह मेरे खिलाफ साजिश है। मामला सच होता तो उसी वक्त सामने आता।

स्कूलों में बच्चों की पिटाई के मामले थम नहीं रहे हैं।
जांच अधिकारी बोले- बयान ले रहे हैं
इस मामले में एक जांच कमेटी जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक की ओर से बनाई गई है। कमेटी मेंबर मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी सिकराय मोहनलाल बैरवा का कहना है कि रोहित महावर नाम का बच्चा कक्षा 5 में राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल कैलाई में पढ़ता है। उसके पैरेन्ट्स ने जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत कर कहा है कि रोहित को टीचर रामेश्वर ने हाथ पकड़कर लात मारी। इससे बच्चे का हाथ फ्रेक्चर हो गया। इस मामले में स्कूल प्रिंसिपल, क्लास के छात्रों और स्टाफ के बयान लिए हैं। कुछ बयान लिए जा रहे हैं। रिपोर्ट बनाकर सौंपेंगे।
बहरहाल, इस मामले में बयानबाजी का दौर जारी है। आरोपी टीचर का कहना है कि स्कूल में स्टाफ में ग्रुप बाजी चल रही है। उसके खिलाफ साजिश की जा रही है। डीईओ घनश्याम मीणा का कहना है कि 4 सदस्य टीम मामले की जांच कर रही है, टीम की जांच रिपोर्ट के बाद कार्रवाई करेंगे। मामले की जांच कर रहे मानपुर डिप्टी एसपी संतराम मीणा का कहना है कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जांच कर रहे हैं।