अलवर36 मिनट पहले
भर्तृहरि धाम में सफाई करते पूर्व चेयरमैन व सफाईकर्मी।
पूर्व चेयरमैन मुकेश सारवान, पार्षद सुनील चौधरी व पूर्व पार्षद पूरण भगत सहित करीब 3 दर्जन से अधिक लोगों ने हाथ में झाडू लेकर भर्तृहरि धाम पहुंच गए। कुछ ही घंटों में बाबा के परिसर को पूरा साफ कर दिया। यह देख पुजारी व दुकानदारों के चेहरे खिल गए। बोले यह असली सेवा है। जहां गंदगी होगी वहां प्रदूषण रहता है। बाहर से आने वाले लोगों में भी गलत मैसेज जाता है।
भर्तृहरि धाम गए तो कचरा मिला
पार्षद सुनील चौधरी ने बताया कि कुछ दिन पहले पूर्व चेयरमैन मुकेश सारवान भर्तृहरि धाम आए थे।यहां बहुत अधिक कचरा मिला। गंदगी को देखकर तय किया कि पहले यहां की सफाई कराएंगे। अलवर आने के बाद अपने स्तर पर पूरी निजी लोगों की टीम तैयार की। जो सफाई करने को तैयार हुए उनको बस में लेकर रविवार को भर्तृहरि धाम पहुंच गए।
फिर यहां एक-एक नाली भी साफ की
यहां सफाई के नाम पर औपचारिकता नहीं की गई। भर्तृहरि धाम परिसर का पूरा कचरा हटाया। एक-एक नाली तक साफ की। जो लंबे समय से साफ नहीं की गई थी। यह देख पुजारी व दुकानदारों के चेहरे खिल गए। दुकानदारेां ने कहा कि यही असली सेवा है। गंदगी रहने से जंगल में भी मच्छर पनप गए। हमेशा सफाई होती रही तो यहां का वातावरण और खूबसूरत हो सकता है। पहली बार किसी ने अपने स्तर पर बेहतर ढंग से सफाई कराई है।
भर्तृृहिर मेले की तैयारी जोरों पर
इसी महीने भर्तृहरि बाबा का लक्खी मेला है। जिसमें कई लाख श्रद्धालु आते हैं। जिसे देखते हुए अच्छे ढंग से सफाई की गई है। हालांकि प्रशासन के स्तर पर भी सफाई कराने की तैयारी चल रही थी। लेकिन, उससे पहले ही पूर्व चेयरमैन के प्रयासों से ढंग से सफाई की गई है। पूर्व चेयरमैन ने का कि सफाई सबसे पहले होनी चाहिए। तभी वहां का माहौल शुद्ध हो सकता है। यह पवित्र धाम है। यहां हर समय सफाई की जरूरत है।