जयपुर39 मिनट पहलेलेखक: नरेश वशिष्ठ
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पब्लिक ट्रांसपोर्ट काे और मजबूत करने के लिए परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग रूटाें की आनॅलाइन मैपिंग करा रहा है। मैपिंग पूरी हाेने के बाद यात्रियों को बसाें की आनॅलाइन लोकेशन भी मिल सकेगी। साथ ही, शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा जिन काॅलाेनियाें में नहीं है, उन्हें भी जोड़ा जाएगा।
फिलहाल, शुरुआत में शहर के 115 रूटाें की आनॅलाइन मैपिंग चल रही है। इसमें से 85 रूटाें पर वर्तमान में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के वाहनों का संचालन हाे रहा है। 30 नए रूट पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था की जाएगी। इसमें शहर का वह क्षेत्र भी शामिल है, जहां पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा नहीं है।
शहर में वर्तमान में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के नाम पर मात्र 300 लाे फ्लाेर बसें और मेट्रो शामिल हैं। प्राइवेट मिनी बसाें की संख्या दिनाें दिन घटती जा रही है। दाे साल पहले शहर में 2 हजार प्राइवेट बसें चल रही थीं, अब 800 ही रह गई है। दूसरी तरफ शहर की आबादी 40 लाख से बढ़कर 60 लाख तक पहुंच गई है।
हर साल 200 से अधिक नई काॅलाेनियाें की बसावट हाे रही है, लेकिन यहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा नहीं है। निजी वाहनों से अधिक आबादी वाले और परकोटे में जाम रहता है। सर्वे में शहर में 30 नए मार्ग की तुरंत जरूरत बताई गई है। इन मार्गों पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा हाेने पर काॅलाेनियां मुख्य सड़काें से जुड़ जाएंगी। इसके बाद यात्रियों को आनॅलाइन बसाें की लोकेशन सहित स्टैंडों की जानकारी मिलेगी।